भवदीय निवेदक "ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "{मेरठ उत्तर प्रदेश }

"झा शास्त्री "मेरठ {उत्तर प्रदेश }

शुक्रवार, 10 सितंबर 2010

Anubhav our Nidan,

"अनुभव और निदान ,
                       ज्योतिष एवं कर्मकांड "
मन्त्र विज्ञान है ,यह आपके विवेक के ऊपर निर्भर करता है ,कि आप मंत्र का पयोग समाज के कल्याण के लिए करना कहते हैं ,या अपने कल्याण के लिए  | हमारे महर्षियों ने ज्योतिष एवं कर्मकांड का निर्माण जन कल्याणार्थ  के लिए ही किया , न ,कि अपने हित के लिए  |
[१]- समाज की प्रसन्नता ही हमरी प्रसन्नता है ,कारण मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है |
[२]-हम बहुत से कर्म अनभिज्ञता से वो करते हैं ,जिससे हमें प्रसन्नता मिले किन्तु ,जरा सोचें भगवान सूर्य सभी को प्रकाश प्रदान करते हैं ,चाहे कोई उनको नमस्कार करे या न करें | चंद्रमा सभी को शीतलता प्रदान करते हैं | वायू सभी को जीवन देते हैं | तो हम मानव होकर भी सभी का कल्याण क्यों नहि चाहेंगें |
 [३]-"धर्मो रक्षति रक्षकः " आप किसी की रक्षा करेंगें तो आपकी भी कोई रक्षा करेगा | " वसुधेव कुटुम्बकम "- पूरा विश्व हमरा परिवार है | भगवानजी सम्पूर्ण विश्व के कल्याणार्थ ही अबतरित होते हैं | अतः हम भी सम्पूर्ण जीवों के हित के  लिए है आये हैं|
  भवदीय निवेदक के.एल.झा शास्त्री [मेरठ ]

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