"मीन राशि-के स्वभाव और प्रभाव ,मिलते हैं- आपके विचार ?
मित्रप्रवर ,राम -राम ,नमस्कार ||
आकाश में यद्यपि व्याप्त -द्वादश राशि ,२७ नक्षत्र ,नवग्रह के आलावा असंख्य ताराएँ हैं -फिर भी मूल बातों का आकलन हम नवग्रह और द्वादश राशि के आधार पर ही समझते हैं ||
अस्तु -ज्योतिष एक गणना है-और फलित उसका पूरक हैं | यदि हमारी गणना सही है तो फलित भी सही ही होगा ,इसलिए ज्योतिष को जानने के लिए गणना परम आवश्यक होती है | आज आधुनिक - तकनिकी के आगे-कुछ गणना कम होती जा रही है -आइये आपकी मीन राशि है -चाहे जन्माक्षर से हो या प्रचलित नामाक्षर से हो -मीन राशि के स्वभाव और प्रभाव यथावत ही होंगें ?
-यह राशि -द्विस्वभाव ,स्त्रीजाति ,कफ प्रकृति ,,जल तत्व ,रत्रिबली ,विप्रवर्ण,उत्तर दिशा की स्वामिनी होती है |इसका रंग पिंग [पीला ]है |इसका प्राकृतिक स्वभाव उत्तम ,दयालु और दयाशील है |यह सम्पूर्ण जल राशि है | इससे पैरों का विचार किया जाता है |
पूर्वाभाद्रपद का एक चरण ,उत्तराभाद्रपद और रेवती नक्षत्र इसमें निहित है |रेवती नक्षत्र जब मीन राशि में संपृक्त अर्थात जुडती है तो उसका फल यह होता है --
संपूर्णानगः शुचीदक्षः साधु शूरो विचक्षणह |
रेवती संभवो लोके धन धान्य लंक्रितः ||
अभीष्ट भाव यह है - कि व्यक्ति सभी अंगों से पूर्ण ,पवित्र ,चतुर ,साधु ,वीर ,पंडित ,लेखक ,कलाकार और लोक में धन धान्यों से सुसंपादित और सुशोभित होता है |इस राशि का प्रतीक मछली है |यह करुणाऔर अनुकम्पा की प्रतीक भी है | सतोगुणी है |इस राशि का जातक सौम्य और धर्मावलम्बी होता है|इसे अत्यधिक खर्चीला और उच्च पद का आकांक्षी कहा गया है |इस राशि से चलचित्र सम्बन्धी व्यवसाय ,जलयात्रा ,रसायन तथा दवाई विज्ञानं आदि विषय के विचार और जातक को इन क्षत्रों में सफलता भी मिलती है |इस राशि के जातक मेधाशील और जिज्ञासु होते हैं ||
भवदीय निवेदक "झा शास्त्री "मेरठ |
निःशुल्क ज्योतिष सेवा -रात्रि ८ से९ ऑनलाइन या संपर्क सूत्र से मित्रबनकर आप प्राप्त कर सकते हैं |
-09897701636 -9358885616
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें