भवदीय निवेदक "ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "{मेरठ उत्तर प्रदेश }

"झा शास्त्री "मेरठ {उत्तर प्रदेश }

गुरुवार, 21 जून 2012

"देश -विदेश पाक्षिक ज्योतिष विचार -20-06 से 3-062012-तक ?"

"देश -विदेश पाक्षिक ज्योतिष विचार -20-06 से 3-062012-तक ?"
--मास में पांच मंगलवार का फल उत्तम नहीं है ----
          "यत्र मासे महि सुनोर्जयानते पंच्वासराह ।
            रक्तेनपूरिता पृथ्वी छ्त्रभंगास्तदा भवेत् ।।
---भाव -राजनेताओं में खीचतान के चलते अकल्पित उलटफेर संभव है ।प्रादेशिक सरकार का समय सानुकूल नहीं ।कन्यागत शनि ,मंगल का योग दो मास तक त्रस्त करेगा ।धार्मिक उन्माद के तहत दंगे फसाद बढेंगें ।आतंक का भय व्याप्त रहेगा ।सत्तारूढ़ गठबंधन में बिखराव के स्वर गूंजने लगे तो आश्चर्य नहीं ।।
-----"शनैश्चर धरापुत्रा वेकस्थो वृष्टिकारको ।
           तदा च तावती वृष्टिर्यावती गृह पतिनी ।।
-------शनि ,मंगल का योग वर्षा तो करेगा ,लेकिन प्राकृतिक महोत्पात भी कम नहीं होंगें ।
-----तेजी मंदी विचार -45%भावों में गिरावट का संकेत है ।पदार्थों की कमी होने से चालू भावों में बढ़ोत्तरी होगी । 25- जून-में मार्गी शनि तथा 27-जून में शुक्र भारी बदलाव का कारण बनेगा ।अतः -मार्कीट का रुख अनिश्चित रहेगा ।
---आकाश लक्षण -21-जून =आर्द्रा में सूर्य का प्रवेश -22-18 बजे मकर लग्न में हो रहा है ।मेघेश -गुरु त्रग्रही योग में विकल है ।-इस वर्ष समयोचित वर्षा सभी जगह होने से पैदावार अच्छी होगी । इस पक्ष में आंधी -तूफान,भारी मेघगर्जन ,बादलचाल तो होगी ,लेकिन वर्षा की कमी रहेगी ।सड़ी गर्मी पड़ेगी ।जानलेवा विमारियां फैल सकती है ।।
-----निवेदक -पंडित कन्हैयालाल "झा शास्त्री {मेरठ }
  हेल्प लाइन {सम्पर्क सूत्र }-09897701636-09358885616

कोई टिप्पणी नहीं: