भवदीय निवेदक "ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "{मेरठ उत्तर प्रदेश }

"झा शास्त्री "मेरठ {उत्तर प्रदेश }

शनिवार, 30 जुलाई 2011

शिवम् भूत्वा शिवम् जपेत"

शिवम् भूत्वा शिवम् जपेत"

मित्र प्रवर ,राम राम ||
ज्योतिष की जानकारी के लिये सर्वप्रथम ,आस्था की आवशयकता होती है |आस्था विहीन लोग आपना केवल समय का दुरूपयोग ही करते हैं| यद्यपि ज्योतिष सत्य है -घटित घटना की जानकारी -गणित और फलित के द्वारा आचार्यों को मिलती है ,अपने समय को ठीक से संचालित करने के लिये ही ज्योतिष की जानकारी लोग करते हैं ,जब कोई भी पृथ्वी पर आता है तो उसे जाना भी पड़ता है ,यह सत्य होते हुए भी अभिभावक अपनी संतानों की भविष्य की जानकारी करते हैं ,और साथ ही दक्ष आचार्य कभी भी अभिभावकों को निराश नहीं करते थे ,इसलिए ज्योतिष कुंडली का निर्माण संस्कृत में हुआ करता था समय के साथ -साथ आज सभी ज्योतिषाचार्य हो गए हैं ,दिक्कत ये नहीं है की क्यों हुए दिक्कत यह है की उन्हें ज्योतिष के मूल ग्रंथों की जानकारी नहीं होती है ,अंग्रेजी निर्मित कुंडली भौतिक सुख नहीं दे सकती -जैसे -वेद के द्वारा किसी का अहित नहीं होता है,किन्तु तंत्र के द्वारा अपना हित और दुसरे का अहित जरुर होता है किन्तु समय के आगे हम केवल अपना हित जानना चाहते हैं जो हो ही नहीं सकता -जब समाज खुश होगा तो हम भी खुश होंगें ||
भवदीय निवेदक "झा शास्त्री "
निःशुल्क ज्योतिष सेवा रात्रि ८ से ९ ऑनलाइन ya phone se prapt karen ||
०९८९७७०१६३६,09358885616

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