भवदीय निवेदक "ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "{मेरठ उत्तर प्रदेश }

"झा शास्त्री "मेरठ {उत्तर प्रदेश }

रविवार, 14 अगस्त 2011

आज के विचार ="कजरी तीज "

आज के विचार ="कजरी तीज "
भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की तृतीया तो यह पर्व मनाया जाता है |यह पर्व उत्तर प्रदेश के बनारस तथा मिर्जापुर में विशेष रूप से मनाया जाता है | -कजरी {विरह गीत }की प्रतिद्वंदिता भी होती है |प्रायः लोग नावों पर चढ़कर कजरी गीत गाते हैं |यह वर्षा ऋतू का एक विशेष राग है | ब्रज के मल्हारों की भांति यहाँ पर यह प्रमुख वर्षा गीत माना जाता है |
इस दिन झूला भी पड़ता है | घरों में पकवान ,मिष्ठान बनाया जाता है |ग्रामीण अंचलों में इसे तीजा भी कहते हैं | ग्रामीण बालाएं तथा वधुएँ हिडोले पर बैठकर कजरी गीत गाती हैं | वर्षा रियु में यह गीत पपीहा ,बादलों तथा पूर्व हवाओं के झोकों से बहुत ही प्रिय लगता है ||
भवदीय निवेदक "झा शास्त्री "
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