भवदीय निवेदक "ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "{मेरठ उत्तर प्रदेश }

"झा शास्त्री "मेरठ {उत्तर प्रदेश }

बुधवार, 24 अगस्त 2011

"आज के विचार =अंग्रेजी मास और उनकी उत्पत्ति "

      "आज के विचार =अंग्रेजी मास और उनकी उत्पत्ति "
      फरवरी -प्राचीन रोमन जगत में फेबुआ नामक एक बहुत बड़ा भोज हुआ करता था ,जो अति पवित्र तथा पुण्यतम माना जाता था , नाम इसी के नाम पर  वर्ष के दूसरे मास को "फेबुरी "कहा गया ||
         भारतीय संस्कृति के  अनुसार निम्न तीन प्रकार का वर्गीकरण है -
                     {१}-नक्षत्रों के आधार पर "चंद्रमास "
                         {२}- संक्रांतियों के आधार पर{सौर्ष मास}
                                 {३}-ऋतुओं  के आधार पर {आर्तव मास}
                नोट -हिन्दू मास-मघा नक्षत्र  से माघ मास की उत्पति हुई है - इस मास को हिन्दू धर्म में सर्वोत्तम मास कहा गया है चारों नवरात्रों में यह सबसे उत्तम नवरात्र होते हैं -सरस्वती देवी की उपासना होती है ,जिनके ऊपर सरस्वती की कृपा हो तो वह जीव अपने  पराक्रम से समस्त संसार में विजय प्राप्त कर सकता है ||
      {आगे कल }
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