"आज के विचार =अंग्रेजी मास और उनकी उत्पत्ति "
फरवरी -प्राचीन रोमन जगत में फेबुआ नामक एक बहुत बड़ा भोज हुआ करता था ,जो अति पवित्र तथा पुण्यतम माना जाता था , नाम इसी के नाम पर वर्ष के दूसरे मास को "फेबुरी "कहा गया ||
भारतीय संस्कृति के अनुसार निम्न तीन प्रकार का वर्गीकरण है -
{१}-नक्षत्रों के आधार पर "चंद्रमास "
{२}- संक्रांतियों के आधार पर{सौर्ष मास}
{३}-ऋतुओं के आधार पर {आर्तव मास}
नोट -हिन्दू मास-मघा नक्षत्र से माघ मास की उत्पति हुई है - इस मास को हिन्दू धर्म में सर्वोत्तम मास कहा गया है चारों नवरात्रों में यह सबसे उत्तम नवरात्र होते हैं -सरस्वती देवी की उपासना होती है ,जिनके ऊपर सरस्वती की कृपा हो तो वह जीव अपने पराक्रम से समस्त संसार में विजय प्राप्त कर सकता है ||
{आगे कल }
भवदीय निवेदक -ज्योतिष सेवा सदन"झा शास्त्री"{मेरठ -उत्तर प्रदेश }
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