भवदीय निवेदक "ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "{मेरठ उत्तर प्रदेश }

"झा शास्त्री "मेरठ {उत्तर प्रदेश }

शनिवार, 10 सितंबर 2011

"वर्ष {संवत्सर }कहते किसको हैं ?"

       "वर्ष {संवत्सर }कहते किसको हैं ?" 
"रितुभिहि संवत्सरः शक्प्नोती स्थातुम "
           अर्थात -जिसमें ऋतुएं वास करती हैं वह "वर्ष" या "संवत्सर" कहलाता है ||
  वर्ष-को दो भागों में विभाजित किया गया है -
            {  १}-सौर वर्ष {२}-चन्द्र वर्ष
    {१}-सौर वर्ष - पृथ्वी को  सूर्य की परिक्रमा करने के लिए ३६५ दिन १५ घंटे और११ मिनट का जो समय लगता है, उसे "सौरवर्ष" कहते हैं ||    
                     {२}-चन्द्र वर्ष-चंद्रमा को पृथ्वी की परिक्रमा करने के लिए- ३५४ दिन का जो समय लगता है -उसे चन्द्र कहते हैं ||
          प्रेषकः -"झा शास्त्री "
                  ज्योतिष परामर्श -रात्रि ८ से९ {09897701636 ,9358885616

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