"तुला में शनि का प्रवेश,क्या है! ज्योतिष का सन्देश ?"
यूँ तो कुंडली चक्र का भ्रमण करने में शनिदेव को ३० वर्ष लगते हैं | एक राशि में ढाई वर्ष रहते हैं | जिस राशि में रहते हैं -उस राशि के जातक को -अपना पूर्ण स्थिति के अनुसार लाभ {अर्थात -शनि -के उच्च या नीच तथा अंश के अनुकूल } या हानी पहुँचाते हैं| शनि की दृष्टि जहाँ पड़ती है -वो जगह शनि के कारण विपरीत हो जाती है | शनि को ज्योतिष में न्यायाधीश का पद प्राप्त है ,इसलिए शनि न्याय के प्रति कर्तव्यनिष्ठ रहते हैं ,उनके आगे जो भी पड़ते हैं -उसे अपने कर्म के अनुसार यातनाएं भोगनी ही पड़ती है,तभी तो लोग डरते हैं |आइये जानते हैं -तुला राशि में शनि - आगमन से किस राशि के जातक को क्या -क्या हानी या लाभ होने वाले हैं |
---सूर्यपुत्रोतुलायाति ह्युगंपप्द्रव मादिशेत |
सप्त धान्य महार्धानी ,मेदिनी नष्ट कारिका ||
जब सूर्य पुत्र शनि -तुला राशि में हों - तो -उपद्रव बहुत होते हैं ,जन -जन में,देश - विदेशों में ,प्रकृति की मार बहुत पड़ती है जिससे अन्न -धन एवं जीवन को नुकशान पहुँचते हैं |
"तुला वृश्चिक चापेशु यदि याति शनैश्चरः|
न वर्षन्ति तदा मेघाः पृथ्वी दुभिक्ष पीडिता |
---के अनुसार जब शनि तुका राशि में हों तो -वर्षा - का आभाव या प्राकृतिक विपदा आती है -जीव- जंतुओं पर |
{१}-सिंह - राशि के जातक मुक्त होंगें -शनि की साढ़े साती से |
{2}-कन्या राशि के जातक अभी साढ़े साती से ग्रसित रहेंगें ,किन्तु पीड़ा कुछ कम होगी |
{३}-तुला राशि के जातक -शनि की कृपा के पात्र बने रहेंगें यदि कुंडली में शनि की स्थिति अच्छी होगी तो अच्छा फल या बुरा प्रभाव भी झेलने होंगें |
{४}-वृश्चिक राशि के -जातक -शनि की पीड़ा का कुछ अहसास करेंगें ,सावधानी बरतनी पड़ेगी अपने सभी कार्यों में |
--- मेष -राशि के लिए -स्वस्थ एवं दाम्पत्य सुख में बाधा आ साती है | वृष -राशि वालों के लिए -स्वास्थ में परिवर्तन एवं कुछ पड़ेशानी होगी | मिथुन राशि -भाग्योदय होगा ,लाभ के सुअवसर मिलेंगें | कर्क राशि -मिला जुला असर होगा ,रहत मिलेगी | सिंह राशि -नौकरी एवं पिता से लाभ मिलेंगें | कन्या राशि -धन के आगमन में कुछ देर हो सकती है,तथा स्वास्थ के प्रति सचेत रहें | तुला राशि -मन प्रसन्न रहेगा , कितु रोग और क्लेश से
घिरे रहेंगें | वृश्चिक राशि -संगती से हानी होगी ,धन को रखना सीखें | धनु राशि -पराक्रम एवं भाई बहिनों से जूझना पड़ेगा | मकर राशि -कर्म क्षेत्र से लाभ होगा ,विवाद से बचें | कुम्भ राशि -भाग्य चमकेगा ,सम्पत्ति के विवाद से पीड़ा होगी |मीन राशि -आयु बढ़ेगी ,धन की हानी होगी ,अपने पराये होंगें ,किन्तु जीत आपकी ही होगी ||
भवदीय "झा शास्त्री "
ज्योतिष सेवा सदन {मेरठ }
निःशुल्क ज्योतिष परामर्श -रात्रि ८ से ९ संपर्क सूत्र द्वारा प्राप्त करें {मित्र बनकर }{फेसबुक ,जीमेल , ऑरकुट ,ट्विटर ,इबीबो ,होट्मेल,याहू -पर }०९८९७७०१६३६,
यूँ तो कुंडली चक्र का भ्रमण करने में शनिदेव को ३० वर्ष लगते हैं | एक राशि में ढाई वर्ष रहते हैं | जिस राशि में रहते हैं -उस राशि के जातक को -अपना पूर्ण स्थिति के अनुसार लाभ {अर्थात -शनि -के उच्च या नीच तथा अंश के अनुकूल } या हानी पहुँचाते हैं| शनि की दृष्टि जहाँ पड़ती है -वो जगह शनि के कारण विपरीत हो जाती है | शनि को ज्योतिष में न्यायाधीश का पद प्राप्त है ,इसलिए शनि न्याय के प्रति कर्तव्यनिष्ठ रहते हैं ,उनके आगे जो भी पड़ते हैं -उसे अपने कर्म के अनुसार यातनाएं भोगनी ही पड़ती है,तभी तो लोग डरते हैं |आइये जानते हैं -तुला राशि में शनि - आगमन से किस राशि के जातक को क्या -क्या हानी या लाभ होने वाले हैं |
---सूर्यपुत्रोतुलायाति ह्युगंपप्द्रव मादिशेत |
सप्त धान्य महार्धानी ,मेदिनी नष्ट कारिका ||
जब सूर्य पुत्र शनि -तुला राशि में हों - तो -उपद्रव बहुत होते हैं ,जन -जन में,देश - विदेशों में ,प्रकृति की मार बहुत पड़ती है जिससे अन्न -धन एवं जीवन को नुकशान पहुँचते हैं |
"तुला वृश्चिक चापेशु यदि याति शनैश्चरः|
न वर्षन्ति तदा मेघाः पृथ्वी दुभिक्ष पीडिता |
---के अनुसार जब शनि तुका राशि में हों तो -वर्षा - का आभाव या प्राकृतिक विपदा आती है -जीव- जंतुओं पर |
{१}-सिंह - राशि के जातक मुक्त होंगें -शनि की साढ़े साती से |
{2}-कन्या राशि के जातक अभी साढ़े साती से ग्रसित रहेंगें ,किन्तु पीड़ा कुछ कम होगी |
{३}-तुला राशि के जातक -शनि की कृपा के पात्र बने रहेंगें यदि कुंडली में शनि की स्थिति अच्छी होगी तो अच्छा फल या बुरा प्रभाव भी झेलने होंगें |
{४}-वृश्चिक राशि के -जातक -शनि की पीड़ा का कुछ अहसास करेंगें ,सावधानी बरतनी पड़ेगी अपने सभी कार्यों में |
--- मेष -राशि के लिए -स्वस्थ एवं दाम्पत्य सुख में बाधा आ साती है | वृष -राशि वालों के लिए -स्वास्थ में परिवर्तन एवं कुछ पड़ेशानी होगी | मिथुन राशि -भाग्योदय होगा ,लाभ के सुअवसर मिलेंगें | कर्क राशि -मिला जुला असर होगा ,रहत मिलेगी | सिंह राशि -नौकरी एवं पिता से लाभ मिलेंगें | कन्या राशि -धन के आगमन में कुछ देर हो सकती है,तथा स्वास्थ के प्रति सचेत रहें | तुला राशि -मन प्रसन्न रहेगा , कितु रोग और क्लेश से
घिरे रहेंगें | वृश्चिक राशि -संगती से हानी होगी ,धन को रखना सीखें | धनु राशि -पराक्रम एवं भाई बहिनों से जूझना पड़ेगा | मकर राशि -कर्म क्षेत्र से लाभ होगा ,विवाद से बचें | कुम्भ राशि -भाग्य चमकेगा ,सम्पत्ति के विवाद से पीड़ा होगी |मीन राशि -आयु बढ़ेगी ,धन की हानी होगी ,अपने पराये होंगें ,किन्तु जीत आपकी ही होगी ||
भवदीय "झा शास्त्री "
ज्योतिष सेवा सदन {मेरठ }
निःशुल्क ज्योतिष परामर्श -रात्रि ८ से ९ संपर्क सूत्र द्वारा प्राप्त करें {मित्र बनकर }{फेसबुक ,जीमेल , ऑरकुट ,ट्विटर ,इबीबो ,होट्मेल,याहू -पर }०९८९७७०१६३६,
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