भवदीय निवेदक "ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "{मेरठ उत्तर प्रदेश }

"झा शास्त्री "मेरठ {उत्तर प्रदेश }

बुधवार, 14 नवंबर 2012

"देश -विदेश पाक्षिक ज्योतिष विचार -14/11से -28/11/2012तक "?

      --------"बुधस्य पंचवाराह स्यु यत्र मासे निरंतरम ।
                    प्रजाश्च सुख संपन्ना सुभिक्षम च प्रजायते ।।
---अर्थात -पांच बुधवार मास में होने से अच्छा समझना चाहिए ।खेती में पैदावार अच्छी होगी ।उद्योगों में उत्पादन बढ़ने से सौख्य -समृद्धि बढ़ेगी ।जनता सुख शांति का अनुभव करेगी ।अंतर्राष्ट्रीय जगत में शान्ति परिचर्चा होगी ।।
            --------"एकादश्याम शनौ तस्मिन्न छत्र भंगोथवा भुवि ।
                        नगर ग्राम भंगः स्याद्वैरी चौरा द्युप्द्रवा ।।-----भाव ---कहीं राजनैतिक सामाजिक -प्राकृतिक उपद्रव होंगें ।कोई देश -प्रदेश ,महानगर या गाँव हिंसा की चपेट में आ सकता है ।असमजिक्तत्व ,चोर ,उचक्के ,लफंगें कुकृत्यों में लगे रहेंगें ।
   ------तेजी मंदी विचार --------द्वितीया में सूती वृश्चिक की संक्रांति से -अत्यन्त तेजी होगी ।अनाजों में भी तेजी होगी ।मंत्री स्तर के नेता आपस में लड़ते -झगड़ते रहेंगें ।पक्षांत में बाजार का भाव पलट जायेगा ।
  ---------आज भद्रा को जानते हैं ---तिथियों के  अलग -अलग नाम हैं ---शुभ कार्य में भद्रा का विचार अवश्य करते हैं -----4/5/11/12-राशियों में चंद्रमा हो तो भद्रा का वास पृथ्वी पर रहता है । इसी प्रकार -1/2/3/8-राशियों में चंद्रमा हो तो -स्वर्ग में भद्रा रहता है ।तथा -6/7/9/10-राशियों में चंद्रमा हो तो भद्रा का वास पाताल में होता है ।--जब पृथ्वी पर भद्रा का वास हो तो शुभ कार्य नहीं करते हैं ।-तिथियों के नाम -जया ,भद्रा रिक्ता पूर्णा ।
 ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री"{मेरठ- उत्तर प्रदेश }

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