भवदीय निवेदक "ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "{मेरठ उत्तर प्रदेश }

"झा शास्त्री "मेरठ {उत्तर प्रदेश }

रविवार, 9 जनवरी 2011

"किस दिशा में कौन से दिन यात्रा न करें ?"

              "किस दिशा में कौन से दिन यात्रा न करें ?"
"शनौ चन्द्रे त्यजेत पूर्वाम=शनि और सोमवार को पूर्व दिशा नहीं जाएँ !
दक्षिणाम च गुरों वुधे =वुध और गुरूवार को दक्षिण यात्रा न करें !
सूर्ये शुक्रे पश्चिमायाम =रवि एवं शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा न करें !
वुधे भौमे तथोत्त्राम = मंगल एवं वुध को उत्तर दिसा में विशेष यात्रा न करें !
     प्राचीन काल में हमलोग पढ़ते कम थे ,किन्तु याद अत्यधिक करते थे | अधुना [इस समय ] हमलोग याद कम पढ़ते विशेष हैं ,जिस कारण से हमलोग तकनीकी के आगे नतमस्तक हो जाते हैं || मित्र प्रवर -तकनीकी हमसे है न कि हम तकनीकी से हैं,प्रायः हम सभी लोग रोज कुछ नया करने की सोचते हैं ,इसके लिये हमें यात्रा भी करनी पड़ती है ,किन्तु यदि आपका काम लाभ प्रद होगा या नहीं उसके लिये आप जब भी यात्रा करें तो यह शलोक जरुर स्मरण करें ,यह श्लोक आपकी यात्रा में आने वाली बाधा से राहत  प्रदान करेगा ||
    भाव -ज्योतिष  केवल फलित ही जानकारी नहीं देती है , हमें सांसारिक समस्त राह की जानकारी भी देती है ,जरुरत है अनुभव की ,उस पथ पर चलने की ||
       भवदीय निवेदक "ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री" मेरठ [उत्तर प्रदेश ]
       निःशुल्क ज्योतिष सेवा रात्रि ८ से९ ऑनलाइन | विशेष के लिये आप संपर्क सूत्र का भी प्रयोग कर सकते हैं =०९८९७७०१६३६.०९३५८८८५६१६, 

कोई टिप्पणी नहीं: