भवदीय निवेदक "ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "{मेरठ उत्तर प्रदेश }

"झा शास्त्री "मेरठ {उत्तर प्रदेश }

शनिवार, 4 जून 2011

ज्योतिष एवं कर्मकांड ,अनुभव और निदान "झा शास्त्री "मेरठ [उ ० प ० ]: "अर्पण या समर्पण ,किन्तु है ये घमर्थन?"

ज्योतिष एवं कर्मकांड ,अनुभव और निदान "झा शास्त्री "मेरठ [उ ० प ० ]: "अर्पण या समर्पण ,किन्तु है ये घमर्थन?": " 'अर्पण या समर्पण ,किन्तु है ये घमर्थन?' मित्र प्रवर ,राम -राम, संसार की सभी वस्तुएं निरर्थक है ,ये हम सभी जानते..."

Nihshulk "jyotish "seva,Nirantar milti rahegi,

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