" श्री कृष्ण "जन्माष्मी"के पावन पर्व पर हम सभी मित्रों का हार्दिक अभिनन्दन करते हैं |"
" कृष्णं नारायणं वन्दे =आपकी हम वंदना करते हैं{क्योंकि कृष्ण ही नारायण हैं}
कृष्णं वन्दे व्रजप्रियम = हम उन कृष्ण का नमन करते हैं{ जिनको व्रज अति प्रिय है }
भवदीय निवेदक "ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "मेरठ {उत्तर प्रदेश }
{२१ एवं २२ को ज्योतिष सेवा नहीं मिल पायेगी ,अतः ज्योतिष सेवा के लिए हमें खेद है || सम्पर्कसूत्र =०९८९७७०१६३६,09358885616
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