भवदीय निवेदक "ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "{मेरठ उत्तर प्रदेश }

"झा शास्त्री "मेरठ {उत्तर प्रदेश }

शनिवार, 28 अप्रैल 2012

ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री ": "अपने विवेक का सतत उपयोग करें ?"

ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री ": "अपने विवेक का सतत उपयोग करें ?": "अपने विवेक का सतत उपयोग करें ?" -{१}-मन एवं मनुष्याणाम कारणं बंध मोक्षयोह ? ------ भाव -मनुष्यों के बंधन और मोक्ष का कारण  उनका मन ही है...

Nihshulk "jyotish "seva,Nirantar milti rahegi,jyotish seva sadan"jha shastri"Nirantar apne mitron ki seva men tatpar rahte hain ratri8 se9 online ya phone ke dwara prapt karen-09897701636,09358885616

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