भवदीय निवेदक "ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "{मेरठ उत्तर प्रदेश }

"झा शास्त्री "मेरठ {उत्तर प्रदेश }

सोमवार, 29 अक्तूबर 2012

"देश -विदेश ज्योतिष पाक्षिक विचार =30/10/से -13/11/2012-तक ?"

--"देश -विदेश ज्योतिष पाक्षिक विचार =30/10/से -13/11/2012-तक ?"---"यत्र मासे महि सुनोर्जायनते पञ्च वासराः ।
        रक्तेन पूरिता पृथ्वी छत्र भंगस्तदा भवेत् ।।राज 0}
-----भाव -महिने में पांच मंगलवार पड़ने से हानी होगी ।-जैसे -विश्व के अनेक देशों में तोड़ -फोड़ ,मारपीट ,आगजनी ,लूटपाट की क्रूर घटनाएँ घटेंगी ।रक्तरंजित महि के जीव विशेष चिंतित होंगें । सत्ता हस्तांतरण की लडाई आर -पार की होगी ।खाड़ी के देशों में तहलका मचेगा ।सरकारी  राहत घोषणाओं से लोग प्रसन्न होंगें ।देश में विदेशियों का बढ़ता प्रभाव दुःख का कारण बनेगा ।।
-----तेजी मंदी विचार ----वर्तमान भाव में कुछ परिवर्तन से आगे स्थिरता आएगी ।
-----"मंगलवारी पड़े दिवारी ,हँसे किसान रोवे व्यापारी "-----अर्थात किसानों को विशेष लाभ होगा ,किन्तु व्यापारियों के लिए दीपावली मंगलवार में पड़ने से  कुछ दुखदायी रहेगी ।इसलिए व्यापारियों को सोच विचार कर व्यापार करना चाहिए ।-----"जेहि पखवारे तिथि बढे ,वाही में घट जाय ,सभी वस्तु मंदी बिकै ,मंहगाई हट जाय -----अतः व्यापार निजी सूझ -बुझ से करें ।।
   ----आकाश लक्षण -----पक्ष के अंत में बुद्ध अस्त  होगा एवं शनि के उदय के प्रभाव से मौसम ख़राब होगा । जम्मू कश्मीर के साथ -साथ अन्य पर्वतीय क्षेत्रों में ठंढ विशेष बढ़ेगी ।यातायात में बाधा पड़ेगी ।रेल इत्यादि में कुघतना घट सकती है ।
       ------विशेष -----"अमन्त्राक्षर नास्ति नास्ति मूलम अनौषधम ।
                                  अयोग्यः पुरुषः नास्ति योजकः तत्रा दुलभः ।।
----विचार करें प्रत्येक अक्षर मन्त्र है ,कंदमूल ,औषधि ,व्यक्ति गुणवान है ----किन्तु उन सभी को समझकर काम में लाने वाले अति दुर्लभ हैं ।।
------प्रेषकः पंडित कन्हैयालाल "झा शास्त्री {मेरठ -भारत } 

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